यमुना नदी के पानी में जहरीले पदार्थों की मिलावट को लेकर दिल्ली जल बोर्ड ने स्पष्टीकरण दिXया है, जल बोर्ड का केहना है की अक्सर सर्दियों के महीने में अक्तूबर से फरवरी के बीच यमुना नदी में अमोनिया का स्तर स्वाभाविक रूप से बढ़ता है
राजनीतिक घमासान
हाल ही में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया था आपको बता दूँ हरियाणा में अभी भाजपा की सरकार है केजरीवाल का दावा था की हरियाणा से आने वाली पानी में अमोनिया की मात्रा ज्यादा होने से दिल्ली के अंदर जल की आपूर्ति नहीं हो पा रहीं दिल्ली के अंदर जल की समस्या शुरू हो गयी है इस आरोप पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी द्वारा पलटवार भी किया गया था
नायाब सिंह सैनी की तस्वीर
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी की तस्वीर काफी वायरल हो रहीं जिसमें वो यमुना के जल पीते दिख रहे है|
जिसपर AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (x) पर लिखा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री यमुना की पानी पीने का ढोंग कर रहे हैं वो पानी मुँह में लेकर वही थूक दिए थे पानी इतनी जहरीली है कि वो पानी पी नहीं पाए
भीम सिंह रावत ने क्या कहा था
दक्षिण एशिया नेटवर्क ऑन डैम्स, रीवर्स एंड पीपल के सह-समन्वयक भीम सिंह रावत ने बताया था कि इस साल मानसून के दौरान यमुना के ऊपरी हिस्से में बाढ़ नहीं आई आमतौर पर नदी में हर साल कम से कम दो बार कम या मध्यम स्तर की बाढ़ आती है जो सारे गंदगी को बहा ले जाती है। बाढ़ की नहीं आने के कारण गंदगी नदी में जमा हो गयी हैं जिससे झाग की समस्या उत्पन्न हुई है। दिल्ली सरकार ने स्थिति की निगरानी के लिए इंजीनियरों को ओखला और आगरा नहर बैराजों पर तैनात किया है वे बैराज गेट के संचालन की निगरानी कर रहे हैं और उच्च अधिकारियों को नियमित अपडेट समय से दे रहे हैं। इसके अलावा कालिंदी कुंज में यमुना के निचले हिस्से की तस्वीरें हर दो घंटे में अपलोड की जा रही हैं जिससे लगातार निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
विशेषज्ञों ने सरकार से करी थी आग्रह
विशेषज्ञों ने सरकार से आग्रह किया था कि वह यमुना में प्रदूषण के स्तर को जल्द से जल्द कम करने के लिए ठोस कदम उठाए नदी में बढ़ते प्रदूषण से न केवल मानव स्वास्थ्य पर बल्कि आसपास के जीव जंतु पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।