आइये देखते हैं मुग़ल साम्राज्य के पहले बादशाह, बाबर से जुड़ी कुछ रोचक बातें

बाबर एक तुर्क-मंगोल योद्धा था जो तैमूर और चंगेज़ ख़ान का वंशज था। Born: 1483, फरगना (अब उज्बेकिस्तान)

बाबर ने काबुल जीता और फिर भारत की ओर बढ़ा। उसका सपना था एक बड़ा साम्राज्य बनाना। कई बार हारने के बाद भी वह रुका नहीं।

21 अप्रैल 1526 को बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली की सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। यह थी भारत में मुग़ल युग की शुरुआत।

बाबर ने युद्ध में 'तोपों' का उपयोग किया, यह भारत में पहली बार था। इससे दुश्मनों में हड़कंप मच गया।

बाबर ने अफगानों को हराया, दिल्ली व आगरा को मुग़ल साम्राज्य का केंद्र बनाया। प्रशासनिक व्यवस्था की नींव भी डाली।

बाबर की डायरी बाबरनामा फारसी में लिखी गई, जिसमें उसने अपनी जिंदग़ी और लड़ाइयाँ दर्ज कीं। इसे आज भी इतिहास का अमूल्य दस्तावेज़ माना जाता है।

बाबर की मृत्यु 1530 में हुई। उसका बेटा हुमायूँ गद्दी पर बैठा। बाबर ने भारत में एक नई शुरुआत की थी।