WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA: मेयर-डिप्टी मेयर का सीधा चुनाव खत्म करने की मांग तेज

राजधानी पटना में सोमवार को WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA के दौरान भारी संख्या में पार्षद सड़क पर उतरे। बिहार पार्षद अधिकार महासंघ के आह्वान पर निकले इस मार्च में विभिन्न जिलों के वार्ड पार्षद शामिल हुए। दरोगा राय चौक से शुरू हुई रैली जेडीयू कार्यालय तक

EDITED BY: thevocalbharat.com

UPDATED: Monday, August 18, 2025

WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA

राजधानी पटना में सोमवार को WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA के दौरान भारी संख्या में पार्षद सड़क पर उतरे। बिहार पार्षद अधिकार महासंघ के आह्वान पर निकले इस मार्च में विभिन्न जिलों के वार्ड पार्षद शामिल हुए। दरोगा राय चौक से शुरू हुई रैली जेडीयू कार्यालय तक पहुंची, जहां पार्षदों ने घंटों धरना देकर अपनी नाराज़गी जताई।

पार्षद बोले – अधिकार छीने गए, काम ठप पड़ा

प्रदर्शन कर रहे पार्षदों ने आरोप लगाया कि जनता से चुने जाने के बावजूद उन्हें अब कोई अधिकार नहीं बचा है। पहले मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव पार्षद करते थे, लेकिन नई व्यवस्था में यह अधिकार सीधे जनता को दे दिया गया है। पार्षदों का कहना है कि इससे उनकी भूमिका कमजोर हो गई है और मेयर उनके कामों में सहयोग नहीं कर रहे।
पटना नगर निगम के पार्षद जीत कुमार चंद्रवंशी ने कहा –
“जनता हमें चुनकर भेजती है, लेकिन हमारे पास निर्णय लेने का अधिकार नहीं बचा है। सरकार को चाहिए कि मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव फिर से पार्षदों के हाथ में दिया जाए।”

कटिहार से उठी तीखी आवाज़

कटिहार नगर निगम के पार्षद प्रमोद महतो ने कहा कि जैसे विधायक मुख्यमंत्री का चुनाव करते हैं, वैसे ही पार्षदों को मेयर चुनने का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर सीधा चुनाव ही सही है तो फिर मुख्यमंत्री का चुनाव भी जनता से कराया जाए।

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मानदेय और पेंशन का मुद्दा

प्रदर्शन में शामिल पार्षदों ने आर्थिक असमानता का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना था कि वर्तमान समय में उन्हें मात्र ₹2500 मानदेय दिया जाता है, जबकि मुखिया का मानदेय ₹7500 तक बढ़ चुका है। पार्षदों ने मानदेय कम से कम ₹10,000 से ₹25,000 करने की मांग की।
मुजफ्फरपुर की पार्षद गनीता देवी ने कहा कि पार्षदों को भी पेंशन की सुविधा मिलनी चाहिए। वहीं दरभंगा की पार्षद चांदनी देवी ने कहा –
“आज के समय में 2500 रुपये मानदेय से गुज़ारा संभव नहीं है। बच्चों की पढ़ाई का खर्च ही ज्यादा है। हमें अधिकार भी वापस चाहिए और मानदेय भी बढ़ना चाहिए।”

WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA, सरकार पर तीखा हमला

मधुबनी नगर निगम के पार्षद धर्मवीर प्रसाद ने कहा कि पार्षद ही जनता से सबसे नज़दीकी स्तर पर जुड़े प्रतिनिधि होते हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता अब सरकार को इसका जवाब देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य बदल रहा है और आने वाले समय में समीकरण बदल जाएंगे।

पटना में हुआ यह WARD COUNCILORS PROTEST IN PATNA इस बात का संकेत है कि नगर निकायों के पार्षद अब अपनी भूमिका और अधिकारों को लेकर एकजुट हैं। उनकी मुख्य मांग है कि सरकार मेयर-डिप्टी मेयर का सीधा चुनाव खत्म कर पुरानी व्यवस्था बहाल करे, मानदेय बढ़ाए और पेंशन का प्रावधान करे।

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