Bihar Election 2025: ‘अबकी बार तेजस्वी सरकार’ नारे पर भड़क उठे Tej Pratap Yadav

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नज़दीक आते ही राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। जहानाबाद के लखवार गांव में आयोजित एक जनसभा के दौरान उस समय हलचल मच गई जब भीड़ से किसी ने “अबकी बार तेजस्वी सरकार” का नारा लगाया। इस पर Tej Pratap Yadav गुस्से में

EDITED BY: thevocalbharat.com

UPDATED: Sunday, August 31, 2025

Tej Pratap Yadav

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नज़दीक आते ही राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। जहानाबाद के लखवार गांव में आयोजित एक जनसभा के दौरान उस समय हलचल मच गई जब भीड़ से किसी ने “अबकी बार तेजस्वी सरकार” का नारा लगाया। इस पर Tej Pratap Yadav गुस्से में आ गए और जमकर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि सरकार जनता की होती है, किसी एक शख्स की नहीं।

Tej Pratap Yadav ने क्यों जताई नाराजगी?

सभा में Tej Pratap Yadav ने नारा लगाने वाले व्यक्ति को फटकारते हुए आरएसएस से जुड़ा करार दिया। उन्होंने साफ कहा, “फालतू बातें मत करो, घमंड करने वाले जल्दी गिर जाते हैं।” उनका यह बयान सीधे तौर पर छोटे भाई Tejashwi Yadav पर तंज माना जा रहा है। दरअसल, हाल ही में तेजस्वी ने खुद को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था।

RJD में बढ़ रही खींचतान

अपने भाषण में Tej Pratap Yadav ने कहा कि देश में नौटंकी करने से युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा और जो लोग जनता का भला नहीं कर सकते, वे बिहार का भी कभी भला नहीं करेंगे। उन्होंने युवाओं से वादा किया कि उनकी सरकार बनने पर रोजगार की नई संभावनाएं पैदा होंगी। उनके इस बयान से साफ है कि RJD में नेतृत्व को लेकर मतभेद लगातार गहराते जा रहे हैं।

Tej Pratap Yadav
PHOTO – PTI (X)

वोटर अधिकार यात्रा और महागठबंधन

वहीं दूसरी तरफ, Tejashwi Yadav भी इन दिनों अपनी वोटर अधिकार यात्रा में जोरों से लगे हैं इस यात्रा के जरिए वे जनता को साधने में जुटे हैं। इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए। अखिलेश ने तेजस्वी का खुला समर्थन किया, लेकिन कांग्रेस की खामोशी ने सियासी हलकों में सवाल खड़ा कर दिए हैं।

Bihar Politics 2025: चर्चा में आए Tej Pratap Yadav

बिहार की राजनीति में Tej Pratap Yadav का यह बयान बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। यह साफ दिख रहा है कि Bihar Election 2025 सिर्फ NDA और महागठबंधन के बीच मुकाबला नहीं होगा, बल्कि RJD परिवार की अंदरूनी राजनीति भी चुनावी चर्चा का अहम हिस्सा बनेगी।

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