India World Cup Record: जानिए फाइनल और सेमीफाइनल में जीत-हार का रिकॉर्ड

भारत की क्रिकेट टीम हमेशा से आईसीसी टूर्नामेंटों में दावेदार मानी जाती रही है। वर्ल्ड कप के इतिहास में टीम इंडिया कई बार शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल और सेमीफाइनल तक पहुँची, लेकिन खिताब हर बार हाथ नहीं आया। आइए जानते हैं भारत का वर्ल्ड कप रिकॉर्ड

EDITED BY: thevocalbharat.com

UPDATED: Thursday, September 25, 2025

India World Cup Record

भारत की क्रिकेट टीम हमेशा से आईसीसी टूर्नामेंटों में दावेदार मानी जाती रही है। वर्ल्ड कप के इतिहास में टीम इंडिया कई बार शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल और सेमीफाइनल तक पहुँची, लेकिन खिताब हर बार हाथ नहीं आया। आइए जानते हैं भारत का वर्ल्ड कप रिकॉर्ड और इसमें मिली जीत-हार की कहानी।

World cup final मुकाबले

India World Cup Record अब तक कुल चार बार world cup final में पहुँचा है। इनमें से दो बार टीम इंडिया विजेता बनी और दो बार हार का सामना करना पड़ा।
1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज़ को हराकर पहला वर्ल्ड कप जीता। इसके बाद 2003 में सौरव गांगुली की टीम फाइनल तक पहुँची, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली। 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरा वर्ल्ड कप अपने नाम किया। हालांकि 2023 में टीम इंडिया फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई और खिताब से चूक गई।
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India World Cup Record, Semifinal की हारें

भारत का सफर सेमीफाइनल में भी कई बार थमा है। 2015 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुँची लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उसे हराया। 2019 में भी न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भारत को हार झेलनी पड़ी। यही सिलसिला टी20 वर्ल्ड कप में भी देखने को मिला है। 2009, 2010, 2018 और 2023 में भारतीय टीम सेमीफाइनल तक पहुँची लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना पाई।
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फाइनल और सेमीफाइनल से मिला सबक

कुल मिलाकर, भारत का वर्ल्ड कप(India World Cup Record) सफर बताता है कि टीम हमेशा से विश्व क्रिकेट की शीर्ष टीमों में रही है। फाइनल में भारत ने दो बार जीत (1983, 2011) और दो बार हार (2003, 2023) दर्ज की है। वहीं, सेमीफाइनल में भी कई बार पहुँचने के बावजूद खिताब तक पहुँचना मुश्किल साबित हुआ है।
यह आँकड़ा दिखाता है कि भारत वर्ल्ड कप में लगातार मजबूत प्रदर्शन करता रहा है, लेकिन दबाव और रणनीति की छोटी-छोटी गलतियों की वजह से कई मौकों पर खिताब हाथ से फिसल गया।

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