INDIA PAK WAR: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। 9-10 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने दिल्ली को निशाना बनाकर ‘फतेह-2’ बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जिसे भारतीय वायुसेना ने हरियाणा के सिरसा में निष्क्रिय कर दिया। इसके साथ ही, भारत सरकार ने शुक्रवार रात को पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 26 स्थानों पर ड्रोन देखे जाने की पुष्टि की। यह घटना दोनों देशों के बीच बढ़ती शत्रुता का एक गंभीर संकेत है, जिसने क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल दिया है।
फतेह-2 मिसाइल और हमले का विवरण
पाकिस्तान की फतेह-2 मिसाइल एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल अपनी तेज गति और सटीक निशाने की क्षमता के लिए जानी जाती है। पाकिस्तान ने इसे दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हमला करने के लिए दागा था। भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, मिसाइल को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, विशेष रूप से बराक-8 और एस-400 सिस्टम, ने सिरसा के ऊपर हवा में ही नष्ट कर दिया। इस सफलता ने भारत की मजबूत रक्षा क्षमता को एक बार फिर साबित किया। सिरसा में स्थानीय लोगों ने रात को आसमान में तेज रोशनी और धमाके की आवाज सुनी, और सुबह मिसाइल के मलबे खेतों में मिले।
INDIA PAK WAR में ड्रोन हमले और सीमा पर तनाव
भारत सरकार ने पुष्टि की कि शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में 26 स्थानों पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए। इनमें बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपुर, जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, जालंधर, जैसलमेर और भुज जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इन ड्रोन हमलों का मकसद सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना था। भारतीय सेना ने अधिकांश ड्रोनों को नष्ट कर दिया, लेकिन पंजाब के फिरोजपुर में एक ड्रोन हमले में एक परिवार के तीन लोग घायल हो गए। इस घटना ने सीमा पर रहने वाले लोगों में दहशत पैदा कर दी।
भारत की जवाबी कार्रवाई
पाक इस हमले का भारत ने कड़ा जवाब दिया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के चार प्रमुख हवाई अड्डों – रावलपिंडी में नूर खान, शोरकोट में रफीकी, चकवाल में मुरिद और सुक्कुर में एक अन्य अड्डे – पर सटीक हमले किए। इन हमलों में पाकिस्तान की वायुसेना को भारी नुकसान हुआ। भारतीय सेना ने कहा, “पाकिस्तान की ओर से नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है। हमारी सेनाएं हर चुनौती के लिए तैयार हैं।” भारत ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी और पंजाब, राजस्थान, गुजरात, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हाई अलर्ट जारी किया। साथ ही, 32 हवाई अड्डों पर 15 मई तक उड़ानें निलंबित कर दी गईं।
पाकिस्तान का खंडन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तरार ने इन हमलों से इनकार करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने कोई आक्रामक कार्रवाई नहीं की। हालांकि, भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इसे “झूठा और भ्रामक” बयान बताया। इस घटना ने वैश्विक स्तर पर चिंता पैदा की है। अमेरिका, जी7 देशों और संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए तनाव कम करने की अपील की। सिंगापुर ने अपने नागरिकों को भारत और पाकिस्तान की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी।
नागरिकों पर प्रभाव
इन हमलों के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और अखनूर में जोरदार धमाके सुने गए, जिससे लोग दहशत में आ गए। पंजाब के जालंधर और अमृतसर में रात को ब्लैकआउट लागू किया गया। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। फिरोजपुर में घायल परिवार को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पाकिस्तान का दिल्ली पर मिसाइल हमला और ड्रोन घुसपैठ दोनों देशों के बीच तनाव को नई ऊंचाई पर ले गई है। भारत की त्वरित और प्रभावी जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान के इरादों को नाकाम कर दिया। यह घटना न केवल सैन्य स्तर पर गंभीर है, बल्कि यह क्षेत्रीय शांति के लिए भी खतरा है। दोनों देशों को कूटनीतिक रास्ते अपनाकर तनाव कम करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका भी इस मामले में महत्वपूर्ण होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।