Anupam Kher ने DDLJ में धरमवीर मल्होत्रा का रोल निभाया, जो राज Shah Rukh Khan के पिता थे। 90 के दशक में फिल्मों में पिता अक्सर सख्त दिखते थे। लेकिन Anupam Kher का किरदार बहुत ही प्यारा और समझदार था। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने ऐसे पिता का रोल निभाया जो अपने बेटे के सपनों को समझता और उनका साथ देता है।
DDLJ : सिर्फ प्यार नहीं, भारतीय परिवार और संस्कृति की झलक
Anupam Kher बताते हैं कि DDLJ सिर्फ राज और सिमरन की कहानी नहीं थी। यह फिल्म भारतीय संस्कृति और परिवार के मूल्यों को भी दिखाती थी। उन्होंने निर्देशक आदित्य चोपड़ा की तारीफ की और कहा कि यह फिल्म समय से बहुत आगे थी। DDLJ ने दिखाया कि प्यार और परिवार एक साथ हो सकते हैं।

फिल्म और इंडस्ट्री का बदलता रूप
Anupam Kher ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में बहुत बदलाव आ गया है। अब तकनीक और कहानी कहने के तरीके अलग हैं, लेकिन DDLJ जैसी फिल्में जो दिल को छूती हैं, उनकी जगह कोई नहीं ले सकता। उन्होंने नई पीढ़ी के फिल्ममेकरों की तारीफ की और कहा कि सिनेमा का दिल हमेशा भावनाओं से जुड़ा होना चाहिए।

समय की कसौटी पर खरा
DDLJ आज भी मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में चल रही है। यह फिल्म भारत और विदेश में लोगों की सबसे पसंदीदा फिल्मों में शामिल है। खेर ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी और गर्व है कि वह इस अमर फिल्म का हिस्सा रहे। DDLJ आज भी दर्शकों और फिल्म बनाने वालों को प्रेरित करती है।





