BIHAR NEWS: पूरे देशभर में अभी वक्फ बिल को लेकर राजनीति चल रहीं है एक बड़ा तबका का इस बिल की खिलाफ है वही बीजेपी सरकार द्वारा इस बिल को राजसभा और लोकसभा दोनों जगह पास करा लिया है , वही देश की राष्ट्रपति द्वारा वक्फ बिल पर मंजूरी भी मिल गयी है देश के कई राजनितिक पार्टी ने इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है,

जेडीयू और लोजपा ने इस बिल का पूरा समर्थन
बिहार के राजनीतिक पार्टी जेडीयू और लोजपा ने इस बिल का पूरा समर्थन दिया है जिसकी वजह से हाल में ही जेडीयू पार्टी से कुछ मुस्लिम नेता इस्तीफा भी दे दिया है
बिहार में पसमांदा समाज के मुसलमान 73 प्रतिशत
वही आपको बता दे बिहार के अंदर पसमांदा समाज के मुसलमानों की कुल संख्या पूरे आबादी के हिसाब से 73 प्रतिशत है. हिंदुओं में भी दलित समुदाय और पिछड़ा ने अपना अलग अलग वोट बैंक बनाकर आबादी के हिसाब से सत्ता में भागीदारी हासिल कर ली है. जिसकी वजह से अब जेडीयू नेता नीतीश कुमार और लोजपा नेता चिराग पासवान को ये उम्मीद है कि पसमांदा समाज के हिंदुओं की तरह अपना एक अलग वोट बैंक बनाएगा.
बीजेपी खेमे में आने की वजह से नहीं मिला नीतीश को मुसलमानों का साथ, BIHAR NEWS
आपको बता दूं सीएसडीएस की रिपोर्ट्स के अनुसार 2015 में नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ विधानसभा चुनाव लड़े थे, तब मुसलामानों के कुल 80% वोट गठबंधन ने हासिल किए. मगर 2015 के बाद PM मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के साथ आने के बाद उनका मुस्लिम राजनीति पर उनकी पक़ड़ ढीली होती चली गई. वहीँ 2020 के विधानसभा चुनावों में जेडीयू गठबंधन को सिर्फ 5% मुस्लिम वोट ही मिल सका. वही 2024 में हुई लोकसभा चुनाव में ये आकड़ा बढ़ कर 12% हो गया | 2024 लोकसभा चुनाव में 12% मुसलमानों ने जेडीयू गठबंधन को वोट दिया था.