Bihar Election: तेजस्वी-सम्राट समेत 6 नेताओं को Z+ सुरक्षा

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Election) से पहले राज्य सरकार ने कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी है। 1 अगस्त को हुई राज्य सुरक्षा समिति की हाई लेवल बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कुल छह नेताओं की सुरक्षा श्रेणी में

EDITED BY: thevocalbharat.com

UPDATED: Monday, August 11, 2025

Bihar Election

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Election) से पहले राज्य सरकार ने कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी है। 1 अगस्त को हुई राज्य सुरक्षा समिति की हाई लेवल बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कुल छह नेताओं की सुरक्षा श्रेणी में बदलाव किया गया है।

Bihar Election से पहले किसे मिली कौन सी सुरक्षा श्रेणी

• बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को अब ALS (जेड प्लस) श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
• नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
• पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है।
• अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह, बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को भी वाई प्लस श्रेणी में रखा गया है।
• जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के सचेतक नीरज कुमार को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।

गृह विभाग की अधिसूचना

Bihar Election से पहले गृह विभाग ने सभी बदलावों की अधिसूचना जारी कर डीजीपी और विशेष शाखा के एडीजी को निर्देश दिए हैं कि नई सुरक्षा श्रेणियों के अनुसार सभी नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विशेष सचिव सुहिता अनुपम के मुताबिक, यह निर्णय राज्य सुरक्षा समिति की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है।

क्या है Z+ ASL सुरक्षा?

जेड प्लस एएसएल सुरक्षा, किसी भी वीवीआईपी के लिए सबसे उच्च स्तर का कवर माना जाता है। जिसमें किसी भी कार्यक्रम या यात्रा से पहले गंतव्य स्थान की बारीकी से जांच की जाती है। इस सुरक्षा में आईबी समेत अन्य एजेंसियां भी शामिल होती हैं।

जेड प्लस सुरक्षा में क्या शामिल है?

जेड प्लस सुरक्षा घेरे में लगभग 36 जवान तैनात होते हैं, जिनमें सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और एनएसजी कमांडो शामिल होते हैं। कई मामलों में राज्य पुलिस के जवान भी इस घेरे का हिस्सा होते हैं।

Z श्रेणी सुरक्षा
इसमें करीब 22 जवान और एनएसजी कमांडो तैनात होते हैं, साथ ही एस्कॉर्ट वाहन और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा का हिस्सा होते हैं।

ये भी पढ़ें

Resource BY.