बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) के बच्चे समायरा कपूर और कियान राज कपूर ने अपने पिता संजय कपूर की संपत्ति में हिस्सेदारी की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है । यह मामला सिर्फ एक पारिवारिक विवाद तक सीमित नहीं है , बल्कि इसमें कानूनी पहलुओं और मशहूर हस्तियों से जुड़े होने के कारण मीडिया और आम लोगों का ध्यान भी खींचा है । करिश्मा कपूर और संजय कपूर का विवाह वर्ष 2003 में हुआ था , लेकिन 2016 में दोनों का तलाक हो गया । तलाक के बाद से दोनों बच्चे करिश्मा (Karisma Kapoor) के साथ रह रहे हैं । अब जब संजय कपूर की संपत्ति और
उत्तराधिकार मुद्दा को बनाई सहारा
उत्तराधिकार का मुद्दा सामने आया , तो बच्चों ने अपने कानूनी अधिकारों की रक्षा के लिए अदालत का सहारा लिया । बच्चों की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया है कि वे अपने पिता की संपत्ति में समान अधिकार रखते हैं । भारतीय उत्तराधिकार कानून के तहत बच्चों को माता-पिता की संपत्ति में वैधानिक हिस्सेदारी का अधिकार मिलता है । समायरा और कियान का कहना है कि चूंकि वे संजय कपूर की संतान हैं , इसलिए उन्हें संपत्ति पर पूरा हक मिलना चाहिए । इस याचिका में यह भी कहा गया है कि तलाक के बावजूद संजय और करिश्मा के बच्चे कानूनी रूप से संजय की वारिस माने जाएंगे और उनके उत्तराधिकार के अधिकार को नकारा नहीं जा सकता ।
हाईकोर्ट द्वारा जारी हुआ नोटिस
दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में प्रारंभिक सुनवाई की है और संजय कपूर सहित सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है । कोर्ट ने कहा है कि बच्चों की याचिका पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और सभी पक्षों को अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा । आने वाले दिनों में इस मामले पर विस्तृत सुनवाई होगी , जिसमें अदालत यह तय करेगी कि बच्चों का हिस्सा किस प्रकार और कितने प्रतिशत में तय होगा । कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला पारिवारिक विवाद के दायरे से कहीं आगे निकल चुका है , क्योंकि इसमें बच्चों के उत्तराधिकार संबंधी अधिकारों को लेकर स्पष्टता आने की संभावना है । भारतीय कानून के मुताबिक , तलाकशुदा माता-पिता के बच्चों के अधिकार उनके पिता की संपत्ति पर बने रहते हैं । ऐसे में यह मामला मिसाल बन सकता है कि बच्चों को किस तरह से न्याय दिलाया जाए ।
बच्चों के समर्थन में खड़ी करिश्मा
इस पूरे प्रकरण में करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) ने अपने बच्चों के समर्थन में खड़े होने का संकेत दिया है । हालांकि , उन्होंने अब तक मीडिया के सामने कोई प्रत्यक्ष बयान नहीं दिया है । वहीं , संजय कपूर के घरवालों की तरफ़ दे कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है ।मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि संजय कपूर के पास रियल एस्टेट , बिज़नेस इन्वेस्टमेंट्स और पैतृक संपत्ति का बड़ा हिस्सा है । ऐसे में बच्चों द्वारा दावा किए गए हिस्से की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है । बच्चों की याचिका में यह भी उल्लेख किया गया है कि संपत्ति पर उनका हक सुनिश्चित करना जरूरी है , ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार का विवाद न हो ।
Karisma Kapoor लंबे समय से है फिल्मों से दूर
बॉलीवुड गलियारों में इस मामले को लेकर खासी चर्चा है । करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) लंबे समय से फिल्मों से दूरी बनाए हुए हैं , लेकिन उनके निजी जीवन से जुड़ी खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं । इस बार मामला उनके बच्चों और कानूनी अधिकारों से जुड़ा होने के कारण और भी संवेदनशील बन गया है । कई लोग इसे बच्चों के भविष्य और सुरक्षा से जुड़ा हुआ मान रहे हैं । विशेषज्ञों का मानना है कि अदालत बच्चों के हित को सर्वोपरि रखकर फैसला करेगी । यदि अदालत बच्चों के पक्ष में निर्णय देती है , तो यह न केवल समायरा और कियान के लिए बल्कि देशभर के उन बच्चों के लिए भी मिसाल होगी जो तलाकशुदा माता-पिता की संतान हैं और संपत्ति के अधिकार को लेकर संघर्ष कर रहे हैं । अभी यह मामला शुरुआती दौर में है और अदालत का अंतिम निर्णय आने में समय लगेगा । लेकिन इतना तय है कि यह मुकदमा आने वाले समय में कानूनी , सामाजिक और पारिवारिक बहस का बड़ा मुद्दा बनेगा ।
सभी की निगाहें अब दिल्ली हाईकोर्ट की अगली सुनवाई पर टिकी हैं , जहां यह तय होगा कि करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) के बच्चों को अपने पिता की संपत्ति में वैधानिक हिस्सा मिलेगा या नहीं ।