देश ने मंगलवार को अपना नया उपराष्ट्रपति चुन लिया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और तमिलनाडु से आने वाले सीपी राधाकृष्णन ने (Vice Presidential Election) इस चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। संसद भवन में आयोजित मतदान प्रक्रिया के बाद देर शाम परिणाम घोषित किए गए, जिसमें राधाकृष्णन को स्पष्ट बहुमत मिला। इस जीत के साथ ही उन्होंने देश के पंद्रहवें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने का रास्ता साफ कर लिया है।
Vice Presidential Election, 276 वोट पर सिमट गए प्रतिद्वंद्वी
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कुल डाले गए वैध मतों में से राधाकृष्णन को 518 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुदर्शन रेड्डी को 276 वोट हासिल हुए। इस तरह राधाकृष्णन ने 242 मतों के अंतर से यह चुनाव जीतकर विपक्ष को करारा झटका दिया। कुल 800 सांसदों में से 794 ने मतदान में हिस्सा लिया। छह वोट अमान्य घोषित किए गए। राधाकृष्णन की इस जीत को भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के मजबूत गठबंधन का परिणाम माना जा रहा है, वहीं विपक्षी खेमे में निराशा का माहौल देखा गया।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
Vice Presidential Election परिणाम घोषित होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने राधाकृष्णन को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि राधाकृष्णन का अनुभव, सादगी और राष्ट्रहित में उनकी प्रतिबद्धता देश के लिए प्रेरणादायी होगी। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि उनकी जीत दक्षिण भारत से लेकर पूरे देश में भाजपा की स्वीकार्यता को और मजबूत करेगी।

राधाकृष्णन की राजनीतिक जीवन
राधाकृष्णन का राजनीतिक जीवन बेहद सक्रिय और संघर्षपूर्ण रहा है। वे दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और लंबे समय तक पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। उन्हें दक्षिण भारत में भाजपा का मजबूत चेहरा माना जाता है। उपराष्ट्रपति पद पर उनकी नियुक्ति को क्षेत्रीय संतुलन और राजनीतिक संदेश दोनों के लिहाज से अहम माना जा रहा है। दूसरी ओर, विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी ने हार स्वीकारते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है और वे आगे भी जनता की आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उम्मीद है वे संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखेंगे।
राधाकृष्णन बने नए उपराष्ट्रपति
इस चुनाव (Vice Presidential Election) परिणाम के साथ ही अब देश को एक नया उपराष्ट्रपति मिल गया है। राधाकृष्णन अगले कुछ दिनों में शपथ ग्रहण करेंगे और राज्यसभा के सभापति के रूप में अपनी नई भूमिका संभालेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी जीत से केंद्र की सत्ता में बैठे दल को आने वाले वर्षों में बड़ा लाभ मिलेगा।