आने वाली चंद्रग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर की रात 8 बजकर 58 मिनट से होगी। इसके बाद 10 बजे से आंशिक ग्रहण साफ दिखाई देने लगेगा। ठीक 11 बजे चांद पूरी तरह पृथ्वी की छाया में आ जाएगा और पूर्ण चंद्रग्रहण बनेगा। यह अद्भुत नज़ारा लगभग 82 मिनट तक रहेगा। पूरी घटना का समापन 8 सितंबर की सुबह 2 बजकर 25 मिनट तक होगा।।
ब्लड मून क्यों कहलाता है?
चंद्र ग्रहण के समय चांद लाल रंग का दिखेगा। इसका कारण यह है कि पृथ्वी का वातावरण नीली रोशनी को रोक देता है और केवल लाल रोशनी चंद्रमा तक पहुँच पाती है। इसी वजह से चांद तांबे जैसा या लालिमा लिए चमकता है, जिसे लोग ‘ब्लड मून’ कहते हैं।

Chandra Grahan 2025 का महत्व
भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान के विशेषज्ञों का कहना है कि यह ग्रहण शोध और अध्ययन के लिए अहम है। चंद्रमा की चमक और रंग देखकर वैज्ञानिक वायुमंडल में मौजूद धूल और गैस का अनुमान लगाते हैं।
भारत में 2018 के बाद यह पहला मौका है जब देशभर के लोग पूर्ण चंद्रग्रहण देख पाएंगे। Chandra Grahan 2025 न केवल आसमान का शानदार नज़ारा होगा, बल्कि लोगों के लिए प्रकृति को नज़दीक से समझने का एक अद्भुत अवसर भी होगा।