पट ना:बिहार में लंबे समय से रुकी हुई STET (State Teacher Eligibility Test) परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। (Teacher Candidate Protest in Patna) पटना कॉलेज परिसर से निकले छात्रों का जुलूस डाक बंगला चौराहे तक पहुंचा, जहां पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए और हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और Teacher Candidate Protest in Patna सुर्खियों में आ गया।
STET नहीं तो वोट नहीं: छात्रों का ऐलान
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास तक पैदल मार्च करेंगे। उनका कहना है कि पिछले दो साल से परीक्षा को टाला जा रहा है और केवल आश्वासन दिया जा रहा है। गुस्साए छात्रों ने ऐलान किया कि अगर जल्द ही परीक्षा की तिथि घोषित नहीं हुई तो वे विधानसभा चुनाव में सरकार को सबक सिखाएंगे।
मजिस्ट्रेट से छात्र ने लगाई गुहार
इस Teacher Candidate Protest के दौरान एक छात्र ने मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट का पैर पकड़ लिया और कहा कि उसे मुख्यमंत्री से मिलवाया जाए। हालांकि मजिस्ट्रेट ने उसकी मांग को असंभव बताते हुए मना कर दिया। यह नजारा वहां मौजूद लोगों को चौंका गया।

शिक्षक भर्ती पर पड़ा असर
बिहार सरकार कई बार कह चुकी है कि राज्य में शिक्षकों की भारी कमी है। लेकिन STET परीक्षा आयोजित न होने की वजह से नई भर्ती की प्रक्रिया रुक गई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे लगातार तैयारी कर रहे हैं, मगर सरकार की लापरवाही उनकी मेहनत पर पानी फेर रही है।
पहले भी हुआ था Teacher Candidate Protest
यह पहला मौका नहीं है जब अभ्यर्थियों (Teacher Candidate Protest in Patna) ने आंदोलन किया हो। इससे पहले भी जेपी गोलंबर पर STET Candidates Protest हुआ था, जिसमें पुलिस लाठीचार्ज तक करना पड़ा था। उस समय कई छात्र घायल भी हुए थे। लेकिन सरकार और अभ्यर्थियों की बैठक का कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया।
चुनाव नजदीक, आंदोलन और मजबूत
इस बार अभ्यर्थी रणनीति बदल चुके हैं। चूंकि विधानसभा चुनाव करीब हैं, इसलिए वे इस आंदोलन को बड़े पैमाने पर उठाने की योजना बना रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है और शिक्षा व्यवस्था को और खराब कर रही है।

DSP का बयान
Teacher Candidate Protest in Patna पर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने कहा कि छात्रों को अपनी मांगें रखने के लिए तय स्थल पर जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल पहले भी अधिकारियों से मिल चुका है, लेकिन सड़क जाम कर आम जनता को परेशान करना उचित नहीं है।
Resource BY. Etv Bharat