TEJASHWI YADAV , आज देशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहारवासियों के नाम एक खुला पत्र जारी किया और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। पत्र के माध्यम से उन्होंने वोटर सूची में गड़बड़ी के मुद्दे पर केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 56 सेकंड का एक वीडियो भी साझा किया।
TEJASHWI YADAV का वोट के अधिकार पर सवाल
TEJASHWI YADAV ने पत्र में लिखा कि जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, तब बिहार अपने मताधिकार की “आज़ादी” के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “क्या स्वाधीनता का मतलब सिर्फ घरों पर तिरंगा लहराना है, जबकि सत्ता आम लोगों की आवाज़ दबा रही है?”
निर्वाचन आयोग पर आरोप
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची से लाखों नाम एक झटके में हटा दिए गए हैं। “जिंदा लोगों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि मृत व्यक्तियों के नाम सूची में जोड़े गए हैं।” उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में जिनका नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया है, वे स्वतंत्रता दिवस पर कैसा महसूस करेंगे?
BJP और सरकार पर वार
TEJASHWI YADAV ने सत्ता में बैठे लोगों पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमीर और प्रभावशाली लोगों के पास दो-दो जगह वोट हैं, जबकि गरीब अपने एक वोट के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आधार कार्ड से पासपोर्ट बन सकता है, लेकिन वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए यह मान्य क्यों नहीं है?
बिहारी होने का सबूत मांगने पर नाराजगी
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाढ़ में घर खो चुके लोग निवास प्रमाण पत्र नहीं दिखा पा रहे, वहीं “कुत्ते-बिल्ली तक के” निवास प्रमाण पत्र बना दिए गए हैं। उनका आरोप है कि बिहारवासियों से उनकी पहचान का सबूत मांगा जा रहा है, लेकिन अन्य राज्यों के लोगों के नाम भी बिहार की वोटर लिस्ट में मौजूद हैं।
संविधान और लोकतंत्र बचाने की अपील
TEJASHWI YADAV ने पत्र में सभी से अपील की कि वे लोकतंत्र, संविधान और स्वतंत्रता को बचाने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि “अगर अभी कदम नहीं उठाया गया तो गरीब, पिछड़े, दलित और वंचित वर्ग के अधिकार छीने जाएंगे और बिहार में तानाशाही हावी हो जाएगी।”
वोटर अधिकार यात्रा का ऐलान
उन्होंने 17 अगस्त से शुरू हो रही “बिहार वोटर अधिकार यात्रा” में हिस्सा लेने की अपील की। उनका कहना है कि यह आंदोलन लोकतंत्र की रक्षा के लिए है और यह संदेश देने के लिए कि “बिहारी को कोई डिगा नहीं सकता”।