भारत में सूर्यग्रहण को सिर्फ एक खगोलीय घटना नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। साल 2025 में लगने वाला अगला सूर्यग्रहण फिर से चर्चा में है। इस दौरान कई परंपराएं और नियम माने जाते हैं, जिनका पालन करना जरूरी समझा जाता है।
इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि सूर्यग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए और किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
सूर्यग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए?
1. खाना-पीना मना होता है
सूर्यग्रहण के समय खाना और पीना वर्जित माना गया है। मान्यता है कि इस दौरान खाना खराब हो सकता है और शरीर पर बुरा असर डाल सकता है। वैज्ञानिक तौर पर भी माना गया है कि ग्रहण के समय बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं।
2. सूर्य को सीधे न देखें
सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें आंखों के लिए हानिकारक होती हैं। बिना सोलर फिल्टर वाले चश्मे के सूर्य को देखना आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे अंधेपन का खतरा भी हो सकता है।
3. गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए
परंपराओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को सूर्यग्रहण के समय घर के अंदर रहना चाहिए और नुकीली चीजों जैसे कैंची या सुई का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसका असर गर्भस्थ शिशु पर हो सकता है।

4. पूजा-पाठ और शुभ कार्यों से बचें
हिंदू धर्म में सूर्यग्रहण के समय पूजा-पाठ और कोई भी शुभ काम नहीं करने की सलाह दी जाती है। इस समय मंदिरों के दरवाजे भी बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण खत्म होने के बाद ही पूजा पुनः शुरू की जाती है।
5. सोना नहीं चाहिए
ग्रहण काल में सोने को भी अशुभ माना जाता है। खासकर गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और बीमार लोग इस समय जगे रहें और शारीरिक रूप से सावधानी बरतें।
सूर्यग्रहण के बाद क्या करना चाहिए?
1. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें।
2. घर को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
3. नया भोजन बनाएं और ग्रहण के दौरान बना खाना त्याग दें।
4. फिर से पूजा-पाठ और नियमित कार्य शुरू करें।
सूर्यग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए, यह जानना हमारे स्वास्थ्य और धार्मिक परंपराओं दोनों के लिए जरूरी है। चाहे आप इसे वैज्ञानिक नजरिए से देखें या परंपराओं से, सावधानी बरतना समझदारी होती है। हर किसी को सूर्यग्रहण के समय इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।