MANREGA YOJANA: मनरेगा यानी “महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम” (MNREGA) भारत सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में बेरोजगारी को कम करना और लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देना है। यह कानून 2005 में लागू किया गया था और आज भी करोड़ों ग्रामीण परिवार इससे जुड़कर लाभ उठा रहे हैं।

मगनरेगा योजना क्या है?
मगनरेगा एक कानूनी अधिकार है जो हर ग्रामीण परिवार को साल में 100 दिन तक रोजगार देने की गारंटी देता है। इस योजना के तहत मजदूरों को गांव में ही सरकारी विकास कार्यों जैसे सड़क बनाना, तालाब खोदना, नाली सफाई, पौधारोपण आदि में काम मिलता है।
मगनरेगा के प्रमुख लाभ
1. 100 दिन का रोजगार: हर परिवार को साल में 100 दिन तक काम की गारंटी।
2. स्थानीय रोजगार: गांव में ही काम मिलता है, जिससे शहर जाने की जरूरत नहीं।
3. न्यूनतम मजदूरी: सरकार द्वारा तय मजदूरी का भुगतान सीधे बैंक खाते में।
4. महिलाओं को प्राथमिकता: योजना में महिलाओं को 33% आरक्षण।
5. पारदर्शिता: हर काम और भुगतान का रिकॉर्ड ऑनलाइन देखा जा सकता है।
मगनरेगा में आवेदन कैसे करें?
1. अपने ग्राम पंचायत में जाकर आवेदन करें।
2. आधार कार्ड, राशन कार्ड और पासपोर्ट फोटो साथ ले जाएं।
3. आवेदन के बाद “जॉब कार्ड” बनाया जाएगा।
4. काम मिलने पर सूचना ग्राम पंचायत द्वारा दी जाएगी।
काम और भुगतान की जानकारी कैसे देखें?
मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट [nrega.nic.in](https://nrega.nic.in/) पर जाकर अपना राज्य, जिला और पंचायत चुनें।
वहां से आप जॉब कार्ड, पेमेंट स्टेटस और काम का विवरण देख सकते हैं।
हाल की स्थिति
2025 में सरकार ने मगनरेगा के बजट में 61,032 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कई राज्यों में रोजगार मांग बढ़ा है। कुछ क्षेत्रों में भुगतान में देरी की खबरें भी हैं, लेकिन सरकार ने इसे सुधारने के लिए डिजिटल पेमेंट सिस्टम को और मजबूत किया है।
मगनरेगा योजना ने ग्रामीण भारत को सशक्त बनाया है। यह न केवल आर्थिक मदद करती है बल्कि गांवों के विकास कार्यों में भी सहायक है। अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं और काम की तलाश में हैं, तो यह योजना आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।