earthquake in pakistan: 12 मई 2025 को दोपहर 1:30 बजे के करीब पाकिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया कि यह भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। इसका केंद्र बलूचिस्तान के नजदीक था। किसी तरह के नुकसान या जानमाल के हानि की कोई सूचना नहीं मिली है। यह पिछले कुछ हफ्तों में पाकिस्तान में आया चौथा भूकंप है।
भूकंप का विवरण
एनसीएस के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 29.15 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 67.20 डिग्री पूर्वी रेखांश पर स्थित था। इसे बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ क्षेत्रों में अनुभव किया गया। गहराई के कारण हल्के झटके कई क्षेत्रों में लोगों ने महसूस किए। हालांकि, किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले, 9-10 मई को 4.1 और 5.2 तीव्रता के दो भूकंप आए थे, जिनका केंद्र हिंदूकुश क्षेत्र और बलूचिस्तान के पास था।
पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति
पाकिस्तान भूकंप के लिहाज से जोखिम भरा क्षेत्र है। यह यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन बिंदु पर स्थित है। बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी छोर पर हैं। वहीं, पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में हैं। इन प्लेटों की टक्कर बार-बार भूकंप का कारण बनती है। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों की ऊर्जा को कम करते हैं, जिससे बड़े भूकंप का खतरा घट सकता है।

(earthquake in pakistan)हाल के भूकंप
पिछले कुछ हफ्तों में पाकिस्तान में भूकंप की घटनाएं बढ़ी हैं। 6 मई को खैबर पख्तूनख्वा के चित्राल के पास 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। 29 अप्रैल को स्वात और आसपास के इलाकों में 4.5 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ। 10 अप्रैल को इस्लामाबाद और रावलपिंडी में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके जम्मू-कश्मीर तक पहुंचे। इन सभी भूकंपों में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
स्थानीय और वैश्विक प्रतिक्रिया
भूकंप के बाद पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन विभाग ने तुरंत स्थिति का आकलन किया। खैबर पख्तूनख्वा के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता अनवर शहजाद ने कहा कि मरदान, स्वात, स्वाबी और अब्बोटाबाद में हल्के झटके महसूस हुए, लेकिन कोई हानि नहीं हुई। स्थानीय लोग सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। एक्स पर #PakistanEarthquake2025 हैशटैग के साथ हजारों पोस्ट किए गए। लोग सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। वैश्विक विशेषज्ञों ने पाकिस्तान में भूकंप की बेहतर तैयारी और जागरूकता पर जोर दिया।
भूकंप से बचाव के उपाय
पाकिस्तान में बार-बार भूकंप आने के कारण सावधानी बरतना जरूरी है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि भूकंप के समय मजबूत मेज के नीचे छिपना चाहिए। खुले मैदान में रहना सबसे सुरक्षित है। इमारतों को भूकंप रोधी बनाना भी जरूरी है। सरकार को जागरूकता अभियान चलाने चाहिए। स्कूलों और अस्पतालों में भूकंप ड्रिल करानी चाहिए ताकि लोग तैयार रहें।
भविष्य की आशंकाएं
पाकिस्तान में भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है। 2005 में आए 7.6 तीव्रता के कश्मीर भूकंप में 80,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह इतिहास क्षेत्र की संवेदनशीलता को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे भूकंप बड़े भूकंप को रोक सकते हैं, लेकिन तैयारियां जरूरी हैं। सरकार और नागरिकों को मिलकर भूकंप से निपटने की योजना बनानी चाहिए।
यह भूकंप पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है। हालांकि, इस बार कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में बड़े भूकंप का खतरा बना हुआ है। लोगों को सतर्क और तैयार रहना होगा।
BY NAVED KHAN