आज, 17 अक्टूबर 2025 को रिलीज़ हुई फ़िल्म (Diesel) की कहानी ईंधन माफिया और उससे जुड़े राजनीतिक व सामाजिक पहलुओं के इर्द-गिर्द घूमती है। हरीश कल्याण अर्जुन नाम के युवा की भूमिका निभा रहे हैं, जो भ्रष्टाचार और सत्ता के खिलाफ लड़ाई छेड़ता है। विनय राय का किरदार नकारात्मक है और एक शक्तिशाली, चालाक व्यापारी की भूमिका में हैं। अथुल्या रवि फिल्म में भावनात्मक स्पर्श लाती हैं, लेकिन उनका किरदार पूरी गहराई से नहीं उभर पाता।
Diesel :बिखरी हुई पटकथा और धीमी गति ने दर्शकों का भावनात्मक जुड़ाव
आज परदे पर आई फिल्म (Diesel) गंभीर और सामयिक विषय लेकर आई है, जो देश में ईंधन की राजनीति, माफिया का प्रभाव और आम आदमी की पीड़ा को दिखाती है। लेकिन शणमुगम मुथुसामी का निर्देशन कहानी को प्रभावशाली रूप से पेश करने में असफल रहा। पटकथा बिखरी हुई लगती है और दर्शक फिल्म से भावनात्मक रूप से जुड़ नहीं पाते। कई दृश्य जबरदस्ती डाले गए लगते हैं और कहानी की गति अक्सर धीमी हो जाती है।
हरीश कल्याण की मेहनत और प्रभावशाली अभिनय
हरीश कल्याण ने अपने किरदार में पूरी मेहनत की है और कुछ दृश्यों में वह प्रभावशाली लगे हैं। विनय राय का निगेटिव रोल दर्शकों पर असर छोड़ता है। अथुल्या रवि को और स्क्रीन टाइम मिल सकता था जिससे उनका किरदार ज्यादा सशक्त बनता। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी औसत है वहीं बैकग्राउंड स्कोर कहानी के साथ न्याय नहीं कर पाता।