Darbhanga Metro: बिहार की नई परिवहन क्रांति, यातायात और विकास को मिलेगा बढ़ावा

Darbhanga Metro

Darbhanga Metro:  बिहार के सबसे प्रमुख शहरों में से एक दरभंगा को अब आधुनिक परिवहन प्रणाली से जोड़ने की योजना बनाई गई है। बिहार सरकार ने दरभंगा मेट्रो परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को यातायात की बेहतरीन सुविधा मिलेगी। यह परियोजना उत्तर बिहार के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जिससे यात्रा का समय घटेगा और आर्थिक विकास को बल मिलेगा।

परियोजना का उद्देश्यदरभंगा मेट्रो का मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में बढ़ती जनसंख्या और यातायात की समस्या को हल करना है। वर्तमान में, दरभंगा एक प्रमुख शैक्षणिक और व्यावसायिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। यहाँ दरभंगा मेडिकल कॉलेज (DMCH), ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) और दरभंगा हवाई अड्डा जैसे महत्वपूर्ण स्थल हैं, जहाँ हर दिन हजारों लोग सफर करते हैं।

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मेट्रो कॉरिडोर और रूट योजनादरभंगा मेट्रो के लिए दो प्रमुख कॉरिडोर प्रस्तावित किए गए हैं

पहला कॉरिडोर : दरभंगा हवाई अड्डे से दरभंगा जंक्शन होते हुए डीएमसीएच तक

दूसरा कॉरिडोर : भवानीपुर से सकरी होते हुए पॉलिटेक्निक कॉलेज तक

इन रूटों का चयन इस आधार पर किया गया है कि वे शहर के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ते हैं।

Darbhanga Metro, परियोजना से संभावित लाभ

यातायात जाम में कमी : मेट्रो सेवा शुरू होने से बसों, ऑटो और निजी वाहनों पर दबाव कम होगा।

यात्रा का समय कम होगा : मेट्रो की तेज़ गति से लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुँच पाएंगे।

पर्यटन को बढ़ावा : दरभंगा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान है। मेट्रो से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।

आर्थिक विकास : स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों के लिए नए अवसर खुलेंगे।

पर्यावरण संरक्षण : मेट्रो सेवा इको-फ्रेंडली होती है, जिससे प्रदूषण कम होगा।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियादरभंगा के स्थानीय नागरिकों ने इस परियोजना का स्वागत किया है। दरभंगा विश्वविद्यालय के छात्र अमित झा का कहना है, “अगर मेट्रो शुरू होती है, तो हमें कॉलेज आने-जाने में बहुत सुविधा होगी।” वहीं, शहर के व्यापारी राजीव चौधरी का मानना है कि “मेट्रो से व्यापार और पर्यटन में बढ़ोतरी होगी।”

अनुमानित लागत और पूरा होने की समय सीमाबिहार सरकार और केंद्र सरकार इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर विकसित करने की योजना बना रही है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

सरकारी योजनाएँ और वित्त पोषण

बिहार सरकार इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।

निति आयोग के तहत बिहार सरकार मेट्रो रेल नीति 2017 का अनुसरण करते हुए इस परियोजना को आगे बढ़ाएगी।

जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी फंडिंग की संभावना तलाशी जा रही है।

बिहार में मेट्रो परियोजनाएँपटना मेट्रो पहले से ही निर्माणाधीन है और अब दरभंगा मेट्रो को भी मंजूरी मिलने से राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में मेट्रो परियोजनाओं की संभावना बढ़ गई है। भविष्य में भागलपुर, मुजफ्फरपुर और गया में भी मेट्रो सेवा शुरू हो सकती है।

 

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